• 66
  • 1 minute read

“लोकसभा २०२४ : संविधान दांव पर, फिर भी बहुजन राजनीतिक दलों में बिखराव क्यों ?”

बहुजन वोटर ये शासक समाज का शरणांगत वोटर बन चुका है। इसीलिए, शोषक समाज की सत्ता बहुजन के उपर हमेशा राज कर रही है, मा . बी. डी। बोरकर, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया। देखिए और शेयर किजिए और अपनी राय भी दिजिए।

0Shares

Related post

जनसंपर्कतज्ज्ञ : प्रा. सुरेशजी पुरी लोकपत्रकारिता’ पुरस्काराची घोषणा! ज्येष्ठ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ते अमर हबीब पहिले मानकरी.

जनसंपर्कतज्ज्ञ : प्रा. सुरेशजी पुरी लोकपत्रकारिता’ पुरस्काराची घोषणा! ज्येष्ठ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ते अमर हबीब पहिले मानकरी.

‘जनसंपर्कतज्ज्ञ : प्रा. सुरेशजी पुरी लोकपत्रकारिता’ पुरस्काराची घोषणा! ज्येष्ठ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ते अमर हबीब पहिले मानकरी.…
एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का विवाद चलते हुए बैरवा द्वारा कार्यक्रम घोषित करना गैरकानूनी – मिलिंद आवाड

एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का विवाद चलते हुए बैरवा द्वारा कार्यक्रम घोषित करना गैरकानूनी – मिलिंद…

एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का विवाद चलते हुए बैरवा द्वारा कार्यक्रम घोषित करना गैरकानूनी – मिलिंद…
फुले सिनेमा

फुले सिनेमा

फुले सिनेमा लेखक : Adv. प्रदीप ढोबळे, BE, BA, MB,A PGDHRL, LL.M. 9820350758 फुले हा सिनेमा…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *