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मोदी के खून मे सिंदूर नही कुछ भी करके चुनाव जितने का वायरस घुसकर दौड रहा है….!
3waysmediadmin
February 2, 2024
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ऑपरेशन सिंदूर को चुनावी मुद्दा बना रहे है मोदी
माता, बहनों के सिन्दुर को उजाडनेवाले आतंकी अभी भी जिंदा है, और संघ, भाजपा गल्ली से दिल्ली तक सिन्दुर यात्रा निकालकर उत्सव मना रही है. मोदी के खून मे ये उजाडा हुआ सिन्दुर चढा है. पर ये सिन्दुर चढा हुआ खून आतंकीयोंको नहीं पकड पा रहा है. कोशिश भी नहीं कर रहा है. खुद जशोदाबेन का सिन्दुर उजाडनेवाले नरेंद्र मोदी से ये उम्मीद भी करना मूर्खपणा से कम नही. हमारे माता, बहनों के सिन्दुर को मोदी न्याय नही दे सकते. बस उजडे हुये सिंदूर का तमाशा बनाकर वोट जरूर मांग सकते है, मांग भी रहे है.
पहलगाम आतंकी हमले को आज एक महिना ५ दिन पुरे हो गये है. इन दिनों में हमले को लेकर हिंदू मुस्लिम राजनीति की गयी. देश का पहिला आतंकी नथुराम गोडसने मुस्लिम बनकर गांधी की हत्या की थी, यही फार्मुला इसबार आतंकवादीयों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से चुराकर नाम पूछ्कर लोगों को मारा. आतंकवादीयों ने लोगों को कलमा पढने के लिए कहा, जिसने पढा उसको छोड दिया, जिसने नही पढा उनकी हत्या की. बहुत फुरसत से आतंकवादीयोंने घटना को अंजाम दिया. जैसे लग रहा था, उनके पास बहुत टाइम है. उन्हे कोई जल्दबाजी नही थी. घटना को अंजाम देकर आतंकी चले गये. कहा गये किसको पत्ता नही. ना सरकार उन्हे ढुंड रही है. ना उन्हे पकडकर सजा देने की बात कर रही है. ना नरेंद्र मोदी भी उसके बारे कुछ बोल रहे है.
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भाजप और मोदी जो राजनीति कर रही है, ऑपरेशन सिंदूर को चुनावी मुद्दा बना रहे है,उससे यह साफ हो चुका है की पहलगाम हमला मोदीने करवाया है. यह बात आमतौर बोली जा रही है. पुरे देश मे यह अब चर्चा का विषय भी बन चुका है. ये आरोप अब भाजप मे रह चुके नेता भी कर रहे है. वाजपेयी सरकार मे कदावर रह चुके वरिष्ठ मंत्री और माजी प्रशासकीय अधिकारी यशवंत सिन्हा खुलेआम ये आरोप कर रहे है. सुब्रह्मण्यम स्वामी भी ये आरोप कर चुके है. पर मोदी के खून मे सिन्दुर नहीं चुनाव का वायरस घुस चुका है. यह वायरस इतना खतरनाक है की, वो केवल चुनाव के बारे मे सोचता है. देश या देश की जनता के बारे मे नहीं सोचता. इसलिये मोदी, भाजप चुनाव जीत रही है और देश, देश की जनता हर रही है. अब तो पिछले एक दशक से यह पक्का हो गया है की भाजप के जीत मे देश की हार है. देश की जनता और संविधान, लोकतंत्र की हार है.

पहलगाम आतंकी हमला पाकिस्तान ने नहीं किया, या उसमे पाकिस्तान का हात भी नहीं है, ये बात यशवंत सिन्हाजी खुलेआम कह रहे है. यह सच भी लगता है. देश की सीमापार कर आतंकी हथियार के साथ देश मे घुस ही नहीं सकते. इसमे कोई विश्वास कर नहीं सकता. हमारे देश की मौजुदा सरकार देश के साथ गद्दारी कर सकती है. सेना नहीं. अगर आतंकी सीमापार से आये और हमला किया, यह बात हम मानते है, तो हम हमारे देश की सेना को कटघरे मे खडा कर रहे है. गद्दार सेना नहीं, संघी है, संघी सरकार है. आज शत्रू राष्ट्र को हमारे देश की गुप्त माहिती देनेवाले शेकडो एजेंट पकडे जा रहे है, और यह सब के सब संघी है. पाकिस्तान के आयएसआय के साथ मिलकर देश के संघी गद्दार काम कर रहे है, यह हकीकत है.
…. तो देश की जनता मोदी के साथ विपक्ष को भी माफ नहीं करेगी….!
आतंकी पहलगाम मे आये, आराम से उन्होंने पर्यटको से बात किया, सवाल जबाब हो गये, फिर पर्यटकों को मारा गया. यह पुरी दुनिया ने देखा. इस हमले के बाद पुरा देश आतंकवाद के खिलाप सरकार के साथ खडा हुआ, ये भी पुरी दुनिया ने देखा. पीओके मे मौजूद आतंकी अड्डोपर अमेरिका के राष्ट्रपती ट्रम्प के आदेश से हल्ले किये गये, उसके पहिले मोदी सरकारने पाक सरकार को सूचित किया, यह भी पुरी दुनिया जानती है. भारतीय सेना की कारवाई का कोई जबाब पाक सेनाने नहीं दिया, यह भी दुनिया का हर देश जानता है. ट्रम्प के ही आदेश सेना की इस कारवाई को विराम दिया यह भी दुनिया का हर देश जानता भी है. फिर हमारे देश के संसद सदस्यों की अलग अलग टीम दुनिया भर भेजनी की जरूरत क्या थी. आज के सूचना के युग मे पलपल की दुनिया भर की खबर हर कोई देश के पास रहती है. फिर ये नाटक क्यू. पर देश की सुरक्षा का तमाशा बनाकर मोदी सरकारने रखा है. और विपक्ष उसमे फसा भी है. यह स्थिती बिलकुल देश हित मे नहीं है. मोदी से हर बात का जबाब मांगने का यह समय है. अगर नहीं मांगा जायेगा, तो जनता मोदी सरकार के साथ विपक्ष को भी माफ नहीं करेगी.
मोदी की सरकार संघ की सरकार है और संघ का अजेंडा और इशारे से ही चल रही है. उस मे कोई शक नहीं और किसिको होना भी नहीं चाहिए. खुशहाल देश मे हिंदू मुस्लिम अजेंडा नहीं चलेगा, देश बर्बाद होगा, तो ही यह अजेंडा काम करेगा, गोलवलकर की किताब ” बंच ऑफ थॉट” यह स्पष्ट रूप से लिखा है. इसलिये संघी सरकार देश को बर्बाद कर रही है. एफडीआय की बात करे तो विदेशी निवेश देश मे नहीं आ रही, और देश के उद्योगपती ही देश मे निवेश करना नहीं चाहते. यह हकीकत है. पर फेक प्रचार ये किया जा रहा है की, भारत दुनिया चौथी बडी अर्थ व्यवस्था बन गयी है. देश के सावर्जनिक उद्योग बिक चुके है. बँक को लुटा जा रहा है. तो देश की अर्थ व्यवस्था ठीक कैसे रहेगी. पर गोदी मिडिया को करोडो रुपये का भुगतान करके यह झूठा प्रचार हो रहा है.
सुरक्षा के मामले मे ही नहीं हर मोर्चेपर संघी सरकार फेल है. देश मे महागाई आसमान छू रही है, गोदी मिडिया उसे तरक्की बता रहा है. सबका साथ सबका विकास का नारा देनेवाली मोदी सरकार अपने दस साल के शासनकाल मे एक उद्योग नहीं लगा सकी. एक युनिव्हर्सिटी नहीं बना पायी, एक एम्स नहीं बनाया, ऐसे मे विकास क्या खाक होगा. पर दिन रात विकास की बात हो रही. मेक इन इंडिया, स्टार्ट ऑफ इंडिया संघी सरकार के अजेंडा से गायब हो गये है. यह शब्द ही गायब हो गये है. किसी जमाने मे ये मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट थे. इस प्रोजेक्ट के प्रचार पर करोडो रुपये खर्च किये गये है. अगर प्रचार पे किये गये करोडो रुपये सरकार सही मे उद्योग मे लगाती तो उद्योग खडे हो जाते. और बेरोजगार युवायों को रोजगार मिलता. पर मोदीने वो रुपया अदानी, अंबानी के न्यूज चॅनेल खडा करने के प्रचार के मध्यम से दिये. आज उसी मिडियाने देश को बर्बाद करके रखा है.
पुलवामा आतंकी घटना को ६ साल पुरे हो गये है, पहलगाम हमले को भी एक महिना होकर गया है, पर मोदी का जयजयकार करनेवाले गोदी मिडियाने एक बार भी सरकार से या मोदी को नहीं पुछा की, आतंकी कहा है ? पकडे क्यू नहीं जाते ? आतंकी हमले चुनाव के पहिले ही क्यु होते है ? देश के शहीद जवान और नागरिकों को सरकार न्याय क्यू नहीं देती है ? सुरक्षा व्यवस्था मे चूक क्यू हो गयी ? हमले के तुरंत बाद मोदी चुनाव प्रचार मे क्यू लग गये ? इतने संवेदनशील मोकेपर मोदी सर्व दलीय बैठक से दूर क्यू थे ? और सबसे अहम सवाल आतंकी अड्डोंपर हमला करने के पहिले मोदी सरकारने पाकिस्तान को सुचित क्यू किया ? पाकिस्तानपर मोदी सरकार का इतना भरोसा क्यू है ?युद्ध विराम की खबर मोदी के पहिले ट्रम्प ने किस अधिकार से दी ? ये सारे सवाल गोदी मिडिया सरकार से क्यू नहीं करता है. उसका जबाब यह है की, गोदी मिडिया मोदी के मालिकों का है. और उनके आदेशपर ही मोदी देश मे यह सब कर रहे है. इसलिये ये अहम सवाल मोदी से या उनके सरकार से पूछे नहीं जाते.
निकम्मी सरकार, पंतप्रधान….
सवाल तो बहुत है. इतनी निकम्मी सरकार आजाद भारत मे आजतक ना बनी ना बनेगी. पंतप्रधान भी ना बना है, ना बनेगा. मणिपूर जलकर खाक हो गया, पंतप्रधान देखने भी नहीं गया. पहलगाम आतंकी हमले मे मारे गये लोगों के परिवार को नहीं मिले, ना सहानुभूती जताई, ना श्रद्धांजली दी. ऑपरेशन सिंदूर मे शहीद हुये जवानों के परिवार को भी नहीं मिले, ना सहानुभूती जताई, ना श्रद्धांजली दी. विपक्ष ने मांग करने के बाद भी देश को आतंकी संकट से बाहर निकलने के लिये संसद सत्र बुलाया. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भाजप के मंत्री विजय शहा ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देनेवाली सेनाधिकारी सौफिया कुरैशी का आतंकवादीयों की बहन कहकर अपमान किया, पर विजय शहापर भी को कार्यवाही नहीं की. सेना को गुलाम और मोदी के चरनों की धूल कहने वाले भाजप नेता, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पर भी कोई कार्यवाही नहीं की. ना पहलगाम आतंकीयों को पकडा. सुरक्षा मे सुरक्षा एन्जेसी की चूक हो गये, पर किसिको दोषी नहीं ठहराया या कुछ सजा नहीं दी.
पुलवामा के आतंकी आजतक पकडे नहीं गये. देश मे छुपकर बैठे है. मोदी को पत्ता भी नहीं है की वो देश मे कहा है, क्या कर रहे है. पर बेशर्मी इतनी है की, इन पुलवामा के शहीद जवानों के बलिदानपर वोट मांगा गया. आज फिर पहलगाम शहीद जवान और नागरिकों के बलिदान पर वोट मांगा जा रहा है. इतनी नीच सोच इस मोदी सरकार की है. निकम्मीपण ही हर हद्द मोदी सरकारने पार कर दी है. इसलिए देश और इतिहास संघी मोदी सरकार को कभी भी माफ नहीं करेगा.
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राहुल गायकवाड,
महासचिव समाजवादी,
पार्टी महाराष्ट्र प्रदेश
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