भारतीय संविधान ने भारतीय प्रजा को राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अधिकार प्रदान किया। लेकिन, हाल के वास्तव में ब्राह्मणवादी शक्तियां मनुवाद को अधिक बढ़ावा देकर, हिंदुत्व के नाम पर संवैधानिक अधिकारों का दमन कर रही है; और बहुजन शक्ति डॉ बाबासाहेब अंबेडकर की विचारधाराओं से हटकर मनुवादियों के पक्ष में शामिल होते हुए नजर आ रहे हैं। मनुवाद के खिलाफ आंबेडकरवाद ही एकमात्र ऐसी शक्ति है, जो मनुवाद को परास्त कर सकती है। इसलिए, अंबेडकरवादियों को जरूरत है कि वह आंबेडकर विचारधारा की पिच को बढ़ाकर परिवर्तन का माहौल पैदा करें। शूद्र शिवशंकर यादव इनके तेज तर्रार विचारों को जाने, देखें, शेअर करे और चॅनल को सब्सक्राइब भी करें और हां लाइक करना तो नहीं भूले।