राजकीय 431 minute read वतन के रखवाले ( खासदार) 3waysmediadmin February 2, 2024 Post Views: 78 लोकतंत्र में जनता सार्वभौमना जाती नाधर्म ना पंथ नाही कौमजनता के प्रतिनिधि वतन के रक्षकदेश जनता के हित के हो वह समर्थकसार्वजनिक हित सबको समान संधीकमान जिसके हात,नियत ना हो गंदीभेदभाव ना हो कीसीपर कोई पाबंदीसंविधान लोकतंत्र की हो रजा मंदीसंविधान कानून का हो पालनखासदार से देश कार्य परिचालनआपकी आशा आकांक्षा निर्धारणईसिलीये उनका चुनाव,हो जाता असाधारणभलेही हो पांच साल की हो बातभविष्य से ना हो विश्वासघातजीवन पर कभी भी हो सकता आघातईसिलीये वर्तमान की करो बातएक आदमी एक वोट समानताआपही हो आपके भविष्य निर्मातावोट देने से पहले विवेक से रखो वास्तादेश हित चुनना है, पहले देश से है रिस्ता– वसंत गवळी गोंदिया Facebook 0 WhatsApp Messenger Twitter 0 Print 0Shares